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Terimuskurahatokepichekakami |
मिलेगा कहां कोई यहां तुझे मुझ जैसा।
तेरी मुस्कुराहटों के पीछे की मायूसी देख पाए।
जज्बातों का मजाक उड़ाने वाले मिलेंगे हजारों।
मिलेगा क्या कोई ऐसा जो खामोशी को पढ़ पाए।
ए हकीकत है फुर्सत की सबको कमी है।
फोन में सबके अनलिमिटेड कॉल प्लान है।
जुबान पर ज्यादा बोलने की पाबंदी लगी है।
देख ना ले कोई इनके जख्मो के निशान। मुस्कुराहट को ओठों पर सजा लेते है।
जीत कर थक गए अब हार का मज़ा लेते है।
जिसको भी सुनाई हमने दास्तां-ए- मोहब्बत।
मेरी ही महफ़िल में मुझे ज़लील कर चले गए।
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