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Soulmate v/s Twineflame -1

 


Soulmate 🤔Twin flame 🔥 

🌴 Call to Action -


अगर आपने कभी किसी को देखा और लगा कि समय ठहर गया है, ऐसा लगा, आप इन्हें वर्षों से जानते हैं---

तो शायद आप भी इस आत्मिक यात्रा के सहयात्री हैं।  

इस कविता को साझा करें, और बताएं—क्या आपने कभी अपने Soulmate या Twin Flame को महसूस किया है ?


🔥 Soulmate और Twin Flame: आत्मा की कविता, जीवन की व्याख्या


✨ प्रस्तावना


“Ek roshni thi, ek chhaya thi, dono mere andar hi thi...”


जब आत्मा अपने ही प्रतिबिंब से टकराती है, तो दो रूप सामने आते हैं—Soulmate और Twin Flame।  

यह कविता उन दोनों आत्मिक संबंधों की यात्रा है, जहाँ karmic बंधन, आत्मा का विभाजन, और प्रेम की पीड़ा एक साथ बहती है।


💫 Soulmate: कर्मों का साथी, जीवन का शिक्षक, आपके पूर्व जन्मो के संचित कार्मिक संबंध है।


Soulmate कोई संयोग नहीं होता।  

वह तब आता है जब हम भीतर से स्वयं को heal कर लेते हैं। वगैर heeling नहीं, साथ ही आप इसे नहीं ला सकते ना ही आप चाहकर भी आने से रोक सकते हैं।

जब आप भीतर से heel कर लेते हैं।

यूनिवर्स तब कहता है—अब समय आ गया है।  

यह मिलन karmic होता है, जहां हम अपने अधूरे कर्मों का हिसाब चुकाते हैं।


“Soulmate aaya, kabhi Santan, kabhi kutte ke roop mein, kabhi dost ban kar...” 

सोलमेट कोई जरूरी नहीं की कोई इंसान ही हो वह आपका पालतू जानवर भी हो सकता है।

वह हमें सिखाता है, बदलता है, और कभी-कभी हमें खुद से मिलाता है।



🔥 Twin Flame: एक ही आत्मा का दो बंटा हुआ हिस्सा, आत्मा का दर्पण, लेकिन मिलन संभव ही नहीं 😥यदि संभव भी हो जाए तो दुख का कारण बनता है। Twin flame में अन्त्रोगत्वा दुख ही प्रमुख होता है।


Twin Flame वह आत्मा है जो सृष्टि के आरंभ में ही दो भागों में विभाजित हो जाती है, हजारों साल से अपने शरीर को हजार रूप में बदलते हुए चली आ रही है।


मिलन दुर्लभ है, और यदि होता भी है, तो वह अक्सर पीड़ा से भरा होता है। एक आत्मा विभाजित अलग-अलग शरीर में अपने दूसरे हिस्से की खोज में रहती है।


“Twin flame... ek aisi rooh jo आपकी hi thi...”  दो भागों में विभाजित रुह 🥲


Ram-Sita, Radha-Krishna, Heer-Ranjha, सोनी महिवाल, लैला मजनू—इनका प्रेम गहरा था, लेकिन सुखद नहीं। हमारे यहां ट्विन फ्लेम की चर्चा आपको बहुत पहले से दिखाई देगी।


Twin Flame हमें आत्मा की गहराई दिखाता है, लेकिन साथ नहीं चलता। ट्विन फ्लेम आपस में कभी नहीं मिल पाते इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि ---ट्विन फ्लेम में उम्र का 25 से 50 साल तक का अंतराल हो सकता है।


🕊️ निष्कर्ष: आत्मा की कविता, जीवन का सत्य


Soulmate हमें जीवन जीना सिखाता है।  

Twin Flame हमें आत्मा को समझना सिखाता है।  

एक साथ रह सकता है,

दूसरा बस भीतर रह जाता है।


“Soulmate tumhara saathi hai,

हमारे पूर्व karmon ka lekhak,  

Twin flame tumhara darpan hai, par kabhi saath chalne wala nahi...”_



🌠 Nishkarsh

Soulmate aapke jeevan mein aate hain—kabhi prem dene, kabhi karmon ka hisaab chukane. Aapke Santan,dost, pet bankar aapko peyar, nafrat, sukh ya dukh dene keyoki ye aapke hi karm hote Hain.


🔥Twin flame ek aisa roop hai jo aapka hi hissa hai, lekin uska milan dukh aur kasht se bhara hota hai.  

Soulmate se aap jeevan jee sakte hain. Twin flame se aap jeevan samajh sakte hain—lekin jee nahi sakte

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