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जो दिखता था वह वैसा कहां था
 किसके लिए बहते रहे अश्क मेरे
क़ब्र में रेशमी उढ़ाने से क्या फायदा
अपने लिए अपनों के लिए यह जंग जीतना जरूरी है
मेरी जिंदगी तो यारो खुली किताब सा था
जाते-जाते लौट कमीना आकर आतंक मचाए, आओ प्रण लें हम सब एक एक पेड़ लगाए, अपने जरुरत का आक्सीजन हम अपने पौधे से पाएं
रतजगो की थकान में पाओगे बेकरारी के निशान
गर्मी में खिलने वाले परमानेंट फूलों की लिस्ट
आंख खुलते दिल ने तुम्हें पुकारा